रामदेव अपना काम करें, राजनीति नहीं
अशोक मधुप
बिजनौर।प्रसिद्घ कवि पद्मभूषण श्री गोपाल दास नीरज ने कहा है कि स्वामी रामदेव को अपना काम करना चाहिए, राजनीति नहीं। वे अपना काम सही ढंग से करते रहें, यही बहुत बड़ा काम होगा।
एक कार्यक्रम में भाग लेने आए नीरज ने एक लंबी भेंट में कहा कि गड़बड़ तभी होती है, जब आदमी में स्वाभिमान आ जाता है। आज स्वामी रामदेव की हालत भी ऐसी ही है। उन्होंने कहा कि आज गड़बड़ यहीं हो रही है कि सब दूसरे को सुधारने पर लगे हैं, अपने को नहीं। अपने को सुधार लें तो कोई समस्या हीं न हो। आज सब दूसरे को बुरा कह रहे हैं।
कवि नीरज कहते हैं कि हम तो लंबे समय से कवि सम्मेलन के माध्यम से लेगों को पूरी पूरी रात जगाने में लगे हैं किंतु कोई जागता ही नहीं। बस कविता सुनते समय ताली बजाकर काम खत्म कर देते हैं । वे कहते है कि आज सब धन कमाने में लगे हैं। चारों ओर भ्रष्टाचार का बोलबाला है। राजनीति जनसेवा का माध्यम थी, इसी तरह धर्म और चिकित्सा जनकल्याण के लिए थे किंतु सब उलट गया। अब सब धन बनाने में लग गए हैं। हालांकि जीवन में पैसा भी बहुत जरूरी है, किंतु जिस तरह से जितना पैसा अर्जित किया जा रहा है, वह गलत है। अर्थजीवन का माध्यम होना चाहिए, लक्ष्य बन जाना ठीक नहीं हैं। आज जो हो रहा है, वह पतन की चरम सीमा है।
देश के हालात पर नीरज चिंतित हो उठते हैं। वे कहते हैं कि आज जो चल रहा है, वह देश की गुलामी का कारण बनेगा। विदेशी उद्योग का तेजी से देश में आना खतरनाक है। इससे हमारे उद्योग धंधे बंद हो रहे हैं। वे देश में बढ़ती चोरी डकैती के लिए जनसंख्या वृद्घि को जिम्मेदार मानते हैं। उनका कहना है कि जनंसख्या वृद्घि को रोकेबिना देश का विकास संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रति वर्ष दो लाख दस करोड़ बच्चे जन्म ले रहे हैं, इनमें से साठ लाख प्रतिवर्ष मर जाते हैं। इसके बारे में कोई नहीं सोच रहा है। वोट के चक्कर में सब देश क ो बरबाद करने पर तुले बैठे हैं।
Amar Ujala me 17 december me prakashit
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