tag:blogger.com,1999:blog-4337051175126516614.post4260660073742792750..comments2024-03-01T13:43:10.224+05:30Comments on लिखाड़ी: छपास रोगbijnior districthttp://www.blogger.com/profile/02245457778160306799noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-4337051175126516614.post-16087534664479458542008-12-17T00:33:00.000+05:302008-12-17T00:33:00.000+05:30साँप देखने में बहुत सुंदर है, सचमुच मर गया था या श...साँप देखने में बहुत सुंदर है, सचमुच मर गया था या शायद खाना अधिक खाने से सुस्ता रहा था?<BR/>आप यूं ही बेचारे मुनि जी के बारे में गलत सोच रहे हैं. उन्हें अपनी प्रसिद्धी से अपने लिए कुछ नहीं चाहिये, वह तो केवल यह चाहते हैं कि मायाजाल में फँसे व्यक्ति उनके पास जा कर शाँती और मनन की राह पायें. :-)Sunil Deepakhttps://www.blogger.com/profile/05781674474022699458noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4337051175126516614.post-44463221656708532122008-12-16T11:08:00.000+05:302008-12-16T11:08:00.000+05:30छ्पास रोग का संक्रमण बहुत तेजी से हुआ है और इससे क...छ्पास रोग का संक्रमण बहुत तेजी से हुआ है और इससे कोई भी बचा नही है।इसके खिलाफ़ भी पल्स-पोलियो की तरह अभियान चलाना पडेगा लगता है।Anil Pusadkarhttps://www.blogger.com/profile/02001201296763365195noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4337051175126516614.post-68691573300108081512008-12-16T08:57:00.000+05:302008-12-16T08:57:00.000+05:30अनाकोंडा तो भारत में होता नहीं -चित्र से यह अजगर ह...अनाकोंडा तो भारत में होता नहीं -चित्र से यह अजगर ही है -यह समय सापो की शीत निष्क्रियता का है -ठंडक से बिचारा मर गया ! अफसोस !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4337051175126516614.post-79269476411753331532008-12-16T08:04:00.000+05:302008-12-16T08:04:00.000+05:30MAIN AISE JAIN MUNIYON SE MILA HUN JO APNI FOTO TA...MAIN AISE JAIN MUNIYON SE MILA HUN JO APNI FOTO TAK NAHI KHINCHANE DETE, ISKE BILKUL VIPRIT. NARAYAN NARAYANगोविंद गोयल, श्रीगंगानगर https://www.blogger.com/profile/04254827710630281167noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4337051175126516614.post-83675294872808077932008-12-16T01:47:00.000+05:302008-12-16T01:47:00.000+05:30chaae muni ho ya neta is chapaas rog se ki nahi ba...chaae muni ho ya neta is chapaas rog se ki nahi bach paaya hai...<BR/><BR/>aapka bahut bahut aabhaar aapne hamaare blog par aake hamaara utsaah wardhan kiya...Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/17320191855909735643noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4337051175126516614.post-65376135197408014222008-12-16T01:42:00.000+05:302008-12-16T01:42:00.000+05:30आदरणीय मधुप जीआपका आलेख अच्छा लगा , बिल्कुल आपके...<B>आदरणीय मधुप जी<BR/>आपका आलेख अच्छा लगा , बिल्कुल आपके समाचार<BR/>जैसा ,<BR/>कल ही हम एक प्रतिष्ठित अखबार के स्थानीय संपादक जी से वार्तलाप कर रहे थे,<BR/>वार्ता के दौरान उन्होंने बताया कि साहित्य लेखन की बनिस्बत पत्रकारिता में लेखक अपेक्षाकृत ज्यादा सहजता महसूस करता है, क्यों की वो सच लिखता है और सच लिखने में ज्यादा सोच विचार की आवश्यकता नहीं पड़ती,<BR/>आशय ये की आपने जो भी लिखा है वह एक दम सत्य है, की छपास की भूख भी जाती-पाँति या ऊंच-नीच नहीं देखती.<BR/>एक सच्चाई को उजागर करने के लिए धन्यवाद<BR/>आपका <BR/>डॉ विजय तिवारी 'किसलय' </B>विजय तिवारी " किसलय "https://www.blogger.com/profile/14892334297524350346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4337051175126516614.post-52957501972568274772008-12-16T00:48:00.000+05:302008-12-16T00:48:00.000+05:30सोचना पड़ रहा है.सोचना पड़ रहा है.सुनील मंथन शर्माhttps://www.blogger.com/profile/02515197134954893951noreply@blogger.com